समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़ । उत्कृष्ट समाजसेवा के लिए पाकुड़ जिले का नाम देश विदेशों में रोशन करने वाले और जिले वासियों को गर्वित करने वाले जाने-माने पत्थर व्यवसाई एवं समाजसेवी लूतफुल हक को श्री सारस्वत स्मृति, पाकुड़ मंच ने शुक्रवार को सम्मानित किया।
नगर थाना से सटे गुरुदेव कोचिंग सेंटर में समारोह का आयोजन कर उन्हें शॉल ओढ़कर सम्मानित किया गया। वहीं मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया।
आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर श्री सरस्वती स्मृति मंच के सचिव एवं गुरुदेव कोचिंग सेंटर के संचालक राम रंजन कुमार सिंह, अध्यक्ष भागीरथ तिवारी, केकेएम कॉलेज के प्रो. मनोहर कुमार एवं सेवानिवृत्त शिक्षक शामिल हुए।
मंच का संचालन वरिष्ठ पत्रकार कृपासिंधु तिवारी बच्चन ने किया। आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए राम रंजन कुमार सिंह ने कहा कि पाकुड़ जैसे एक छोटे से जिले में लुतफुल हक जैसे समाजसेवी हमारे लिए गर्व है। मलेशिया में उन्हें सम्मानित और डॉक्टरेट की मानद उपाधि दिए जाने की सूचना मुझे अखबारों के माध्यम से मिली। मुझे लगा हमेशा गरीबों के दुख दर्द में खड़े रहने वाले ऐसे शख्स को सम्मानित करना चाहिए। उनके मनोबल को और बढ़ाने चाहिए। मैंने मंच के साथियों से इस पर विचार विमर्श किया। लूतफुल हक की ऐसी उपाधि की बात सुनकर सभी प्रफुल्लित हो गए और एक कार्यक्रम का आयोजन करने पर सहमति जताई। आज खुशी की बात है कि इस छोटे से मंच के जरिए ऐसे समाजसेवी को सम्मानित करने का अवसर मिला। मैं लुतफुल हक के समाजसेवा में समर्पण भावना की कद्र करता हूं। आगे भी उम्मीद रखता हूं कि इसी तरह समाज से जुड़े रहेंगे। अंतिम व्यक्ति तक उनकी नजर रहेगी। ईश्वर उन्हें और अधिक से अधिक जरूरतमंदों को सहयोग का अवसर देंगे।
अध्यक्ष भागीरथ तिवारी ने कहा कि यह सिर्फ पाकुड़ जिला के लिए ही नहीं, बल्कि झारखंड प्रदेश के लिए भी गर्व की बात है। महाराष्ट्र के मुंबई में उन्हें समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी सम्मानित हुए। देश के अंदर अलग-अलग राज्यों में सम्मानित होने के बाद विदेशों में भी अपनी समाजसेवी की खुशबू को बिखेरा। मलेशिया जैसे देशों में बड़े मंच पर उन्हें सम्मान मिलना, हमें गर्वित करता है।
प्रो. मनोहर कुमार ने कहा कि ऐसे समाजसेवी हमारे बीच है, यह हमारे लिए खुशी की बात है। आने वाले समय में इनके हाथों हजारों जरूरतमंद परिवार और लोगों को सहयोग मिले। इसी प्रार्थना के साथ इनकी भावना को नमन करता हूं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में मलेशिया के कुआलालंपुर में कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी की ओर से डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी गई। यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के ग्लोबल ह्यूमन राइट्स काउंसिल ने इंडो ग्लोबल एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा। इससे पहले महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी सम्मानित हुए थे।