राधेश्याम रविदास@समाचार चक्र
हिरणपुर। पाकुड़ जिले के हिरणपुर प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित उच्च विद्यालय तोड़ाई में कक्षा 6 से 10 तक में पढ़ने वाले संस्कृत विषय के 352 छात्र-छात्राएं के लिए संस्कृत विषय के एक भी शिक्षक नहीं है। बिना शिक्षक के ही छात्र संस्कृत विषय की पढ़ाई कर रहे हैं। इसे कहीं ना कहीं सरकार की उदासीनता ही कहा जा सकता है। शिक्षा विभाग को भी इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
अभिभावकों का कहना है कि अगर किसी स्कूल में संस्कृत विषय के शिक्षक है और वहां छात्र नहीं है, तो उस शिक्षक को तोड़ाई हाई स्कूल में प्रतिनियोजित किया जा सकता है। शिक्षा विभाग को स्कूल वार समीक्षा कर इस समस्या का हल निकालना चाहिए।
अभिभावकों ने सूचना के आधार पर जानकारी देते हुए बताया कि पाकुड़ सदर प्रखंड के अंजना अपग्रेड हाई स्कूल में संस्कृत विषय की महिला टीचर पदस्थापित है। लेकिन वहां संस्कृत विषय के छात्र नहीं है। शिक्षा विभाग चाहे तो शिक्षिका को तोड़ाई हाई स्कूल में प्रतिनियोजित कर सकती है।
इधर प्रधानाध्यापक बिजय मुर्मू ने बताया कि विद्यालय में कुल 10 शिक्षक है। जिसमें एक सहायक अध्यापक (पारा शिक्षक), एक प्राइमरी शिक्षक एवं एक मद्य विद्यालय के शिक्षक सहित 7 हाई स्कूल शिक्षक कार्यरत है। लगभग सभी बिषय के शिक्षक है। परंतु संस्कृत विषय के शिक्षक विद्यालय को उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि संस्कृत शिक्षक की मांग विभाग से की गई है।
प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय में कक्षा 1 से कक्षा 10 में कुल 407 छात्र-छात्राओं का नामांकन है। कक्षा 10 की छात्रा लक्ष्मी कुमारी, चंचला कुमारी, माया कुमारी व छात्र गौतम कुमार महतो, बापी कुमार मंडल, संजीत राय, मोहन मंडल आदि ने बताया कि संस्कृत विषय की पढ़ाई करने में काफी दिक्कतें होती है। जबकि संस्कृत एक जटिल विषय है। बिना शिक्षक के पढ़ाई मुश्किल है। फिर भी हम संस्कृत के छात्र-छात्राएं घर में मोबाइल के माध्यम से यूट्यूब से संस्कृत विषय की पढ़ाई करते है।
इधर डीईओ रजनी देवी ने कहा कि विभाग के पास शिक्षक की काफी कमी है। फिर भी इस मामले में विचार किया जाएगा। विभाग छात्रहित में गंभीर है।