हमारा रक्त मुसीबत में किसी के काम आता है और हम एक अनजान से खून का रिश्ता बना लेते हैं: मकसूद आलम
पाकुड़। पाकुड़ के वरिष्ठ पत्रकार मकसूद आलम ने रविवार को प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को खून देकर जान बचाया।
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मकसूद आलम ने बताया की इंसानियत फाउंडेशन के अध्यक्ष बनिज शेख को कोटालपोखर के शमीम मंसूरी ने अपनी पत्नी रुखसार खातून को सदर अस्पताल सोनाजोड़ी में एडमिट होने की जानकारी दी और बताया की पत्नी प्रसव पीड़ा से कराह रही है। उन्हें ओ पॉजिटिव रक्त की आवश्यकता है।
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इसपर बनिज शेख ने मकसूद आलम से सम्पर्क कर खून देने की अपील की। मकसूद आलम तुरंत खून देने के लिए तैयार हो गए। मकसूद आलम ने बताया की अबतक सताइस बार खून दे चूका हूँ। प्रत्येक छः माह में खून डोनेट करता हूँ।
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आलम ने कहा की रक्तदान महादान कहलाता है, क्योंकि हमारा रक्त मुसीबत में किसी के काम आता है और हम एक अनजान से खून का रिश्ता बना लेते हैं। इस लिए बिना डर और भय के रक्तदान जरूर करें। उन्होंने पाकुड़ जिले में निस्वार्थ भाव से ब्लड डोनेट में जुड़े इंसानियत फाउंडेशन, अखिल भारतीय विधार्थी परिषद, सत्य सनातन संस्था, लायन्स क्लब सहित संस्थाओ द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की।