राधेश्याम रविदास@समाचार चक्र
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हिरणपुर। पत्थर औद्योगिक क्षेत्र सीतपहाड़ी एवं अन्य गांवों में संचालित पत्थर खदान और क्रशरों के बंद होने से भुखमरी के कगार पर पहुंचे ग्रामीणों का रविवार को आखिरकार सब्र का बांध टूट गया।तकरीबन एक महीने से बेरोजगारी का दंश झेल रहे ग्रामीणों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष अजीजुल इस्लाम के आवास का घेराव कर लिया। हजारों की तादाद में पहुंचे ग्रामीणों ने जिलाध्यक्ष अजीजुल इस्लाम से पत्थर खदान और क्रशरों को चालू कराने की मांग की। इस दौरान ग्रामीणों ने खदान क्रशर चालू कराने और रोजगार की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी भी की। जिलाध्यक्ष अजीजुल इस्लाम ने ग्रामीणों से बातचीत करते हुए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों को बताया। अजीजुल इस्लाम ने ग्रामीणों से कहा कि खदान और क्रशरों को चालू कराने के लिए वे प्रशासन से लगातार बात रख रहे हैं। उन्होंने डीसी मनीष कुमार और एसपी निधि द्विवेदी से मिलकर अपनी ओर से कई बार बात रखने की जानकारी दी। इसी दौरान ग्रामीणों ने साफ तौर पर कहा कि खदान और क्रशरों को चालू कराएं या हमें रोजगार दिलाए या फिर हमारे साथ सड़क पर उतरे। इस तरह जिलाध्यक्ष अजीजुल इस्लाम और ग्रामीणों के बीच घंटों बातचीत चलती रही। इसी बीच सूचना मिलते ही थाना प्रभारी रंजन कुमार सिंह एवं सीओ मनोज कुमार मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों को काफी देर तक समझाया। लेकिन ग्रामीण ठोस आश्वासन पर अड़े हुए थे। आखिरकार प्रशासनिक आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए। उल्लेखनीय है कि पिछले लगभग एक माह से पत्थर खदान एवं क्रशर बिना कोई ठोस कारण से बंद है। इसका सीधा असर ग्रामीणों के रोजगार पर पड़ा है। इससे क्षेत्र में बेरोजगारी और भुखमरी की स्थिति गहराती जा रही है। इसी समस्या को लेकर रविवार को खनन क्षेत्र के कई गांवों के हजारों महिला-पुरुष ग्रामीण जेएमएम जिलाध्यक्ष अजीजुल इस्लाम का घेराव कर खनन कार्य जल्द से जल्द चालू कराने की मांग की।ग्रामीणों का नेतृत्व मंझलाडीह के ग्राम प्रधान रिजवान अंसारी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि खनन क्षेत्र में कार्य ठप होने से मजदूर, वाहन चालक,हेल्पर और रैयत सभी के रोजगार बंद हो गए है। कई परिवारों को दो वक्त का भोजन जुटाना मुश्किल होता जा रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रशासन के द्वारा जल्द पहल नहीं किया गया तो ग्रामीण सड़क जाम कर उग्र आंदोलन करेंगे। वहीं मंझलाडीह पंचायत के मुखिया वकील मरांडी ने भी कहा कि पत्थर खदान और क्रशर ही वर्षों से ग्रामीणों की आजीविका का मुख्य आधार रहा है। अचानक खनन कार्य बंद होने से बच्चों की परवरिश और घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। उन्होंने तुरंत हस्तक्षेप कर खनन कार्य पुनः शुरू कराने की मांग की। कहा कि अगर जल्द से जल्द प्रशासन द्वारा खनन एवं क्रशर संचालकों को खनन कार्य शुरू नही कराया गया तो उग्र आंदोलन की जाएगी। उधर, स्थिति संभालने के लिए अंचलाधिकारी मनोज कुमार, थाना प्रभारी रंजन कुमार सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ को शांत कराया।
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क्या कहते है जेएमएम जिलाध्यक्ष–
इस बावत जेएमएम जिलाध्यक्ष अजीजुल इस्लाम ने कहा कि खनन कार्य बंद होने से ग्रामीणों की रोजी-रोटी प्रभावित हुई है। जिला प्रशासन से वार्ता कर वैध पत्थर खदान एवं क्रशर को चालू कराने की दिशा में पहल की जाएगी।जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्री से भी मिलकर समस्या रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि डीसी साहब और एसपी मैडम से हमारी बात हुई है और आश्वासन भी मिला है। आज की स्थिति के बारे में राजमहल सांसद विजय हांसदा और लिट्टीपाड़ा विधायक हेमलाल मुर्मू को जानकारी दी गई है।

सीओ ने कहा
सीओ मनोज कुमार ने कहा कि ग्रामीण खदान और क्रशरों को चालू कराने की मांग कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से पांच-सात दिनों के अंदर वैध खदान और क्रशरों को चालू कराने की दिशा में पहल की जा रही है।




