Homeपाकुड़तिरंगे में तस्वीर पर बवाल, पुलिस व बुद्धिजीवियों की सुझबुझ से सुलझा
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तिरंगे में तस्वीर पर बवाल, पुलिस व बुद्धिजीवियों की सुझबुझ से सुलझा

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Drona

अबुल काशिम@समाचार चक्र
पाकुड़। आजादी के जश्न के बीच मंगलवार को गगनपहाड़ी उत्क्रमित उच्च विद्यालय में तिरंगे में एक तस्वीर पर बवाल हो गया। तिरंगे में छपी तस्वीर को लेकर स्थानीय लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया। लोगों ने आपत्ति जताते हुए प्रधानाध्यापक सुकुमार सिंह पर जानबूझकर विवाद उत्पन्न करने का प्रयास का आरोप लगाया। प्रधानाध्यापक पर तिरंगे से छेड़छाड़ करने का भी आरोप लगाया। यहां स्पष्ट कर दें कि लोगों को व्यक्तिगत उस तस्वीर से कोई आपत्ति नहीं थी, बल्कि तस्वीर को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा में छापने पर आपत्ति थी। पूरे मामले में प्रधानाध्यापक के प्रति लोगों में काफी आक्रोश था। तकरीबन दो घंटे तक विद्यालय के पास हंगामा हुआ। लोगों की भीड़ उग्र हो रही थी, इस वजह पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस और स्थानीय बुद्धिजीवियों की सुझबुझ से मामले को सुलझाया गया। लोगों में आक्रोश का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि प्रधानाध्यापक सुकुमार सिंह को झंडा फहराने नहीं दिया गया। लोगों के अनुरोध पर थाना प्रभारी सतीश कुमार ने झंडोत्तोलन किया। मिली जानकारी के मुताबिक स्कूल में स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए सोमवार की शाम तिरंगा झंडा पहुंचाया गया। जिसे छात्रों के बीच वितरण किया जाना था। इसी दौरान कुछ स्थानीय लोगों की तिरंगा में छपी तस्वीर पर नजर पड़ी। उसी दौरान तस्वीर को लेकर गांव में चर्चा शुरू हो गया। तिरंगे में छपी तस्वीर को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रधानाध्यापक और एक अन्य शिक्षक से दूरभाष पर जानकारी भी मांगी गई। लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। इससे लोगों में आक्रोश बढ़ गया। अगले दिन मंगलवार की सुबह स्कूल के पास ग्रामीणों की भीड़ जुटने लगी। लोगों ने तिरंगे में छपी तस्वीर को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इसी बीच प्रधानाध्यापक सुकुमार सिंह भी स्कूल पहुंचे। ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक से तस्वीर को लेकर सवाल उठाए। लेकिन प्रधानाध्यापक सुकुमार सिंह टाल मटोल जवाब देने लगे। जिस पर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई और हंगामा तेज हो गया। इधर सूचना मिलने पर थाना प्रभारी सतीश कुमार दल-बल सहित गांव पहुंचे। थाना प्रभारी ने पूरे मामले पर ग्रामीण और प्रधानाध्यापक सुकुमार सिंह से बात की। थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत कराया। इसमें गांव के बुद्धिजीवियों का भरपूर साथ मिला। पुलिस और बुद्धिजीवियों की सुझबुझ से मामले को सुलझाया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक से झंडोत्तोलन का विरोध किया। ग्रामीणों के अनुरोध पर थाना प्रभारी ने झंडोत्तोलन किया। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सभी लोग भाईचारे के साथ रहते हैं। इस तरह की हरकतों से भाईचारा में दरारें पड़ने की संभावना बढ़ती है। ग्रामीणों ने कहा कि जानबूझकर कर विवाद उत्पन्न करने का प्रयास किया गया। यह भी कहा कि व्यक्तिगत तस्वीर को लेकर कोई आपत्ति नहीं है। किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई उद्देश्य नहीं है। लेकिन उस तस्वीर को जिस तरह तिरंगे में छपी गई है, वह आपत्तिजनक है। इस पर शिक्षा विभाग को संज्ञान लेना चाहिए। प्रधानाध्यापक सुकुमार सिंह की मंशा की जांच होनी चाहिए। इधर प्रधानाध्यापक सुकुमार सिंह से संपर्क नहीं हो पाया। जिस वजह से उनका पक्ष रखा नहीं जा सका। थाना प्रभारी सतीश कुमार ने कहा कि मामले को सुलझा लिया गया है। फिलवक्त माहौल शांत है।

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