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Maqsood Alam
(News Head)

नियोजन नीति में 60-40 फार्मूले के खिलाफ सड़क पर उतरे आदिवासी समाज, किया सड़क जाम

नगर पुलिस को ढाई सौ बंद समर्थकों ने दी गिरफ्तारी

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Gunjan Saha
(Desk Head)

समाचार चक्र संवाददाता

पाकुड़ आदिवासी समाज ने शनिवार को राज्य सरकार के नियोजन नीति का जमकर विरोध किया। शहर में घूम-घूम कर दुकानों को बंद कराया। नियोजन नीति में 60-40 के फार्मूले के विरोध में सड़क जाम कर दिया। जिसमें आदिवासी समाज के विभिन्न जगहों से पहुंचे लोगों के अलावे छात्र-छात्राओं ने भी हिस्सा लिया। मुख्य रूप से छात्र नेता मार्क बास्की, शहरकोल मुखिया विकास गोंड, केकेएम कॉलेज के आदिवासी हॉस्टल के छात्र कमल मुर्मू आदि शामिल हुए।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत रानी ज्योतिर्मयी स्टेडियम में सैकड़ों की संख्या में समाज के लोग एकत्रित हुए। यहां से रैली के रूप में निकले। शहर में बंदी का प्रयास किया गया। घूम-घूम कर दुकानों को बंद कराने की कोशिश की गई। इसके बाद उपायुक्त आवास के पास मुख्य सड़क को जाम कर दिया। इस दौरान छात्रों ने ढोल नगाड़े के साथ राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नियोजन नीति में 60-40 के फार्मूले का जमकर विरोध किया। इस फार्मूले को राज्य सरकार से वापस लेने की मांग की गई। अन्यथा पूरे झारखंड में आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।

मार्क बास्की ने कहा कि 60-40 का फार्मूला कतई मानने लायक नहीं है। इस फार्मूले को राज्य सरकार अभिलंब वापस लें। इस फार्मूले के आधार पर 40 प्रतिशत बाहरी लोगों को नौकरियां मिलेगी। जो आदिवासी और मूल वासियों के साथ अन्याय है। किसी भी हालत में इस नीति को लागू होने नहीं दिया जाएगा। आदिवासी और मूल वासियों के साथ राज्य सरकार खिलवाड़ बंद करें।

कमल मुर्मू ने कहा कि यह फार्मूला राज्य हित में नहीं है। आदिवासी और मूलवासी के साथ छलावा है। इसलिए सरकार से इस फार्मूले को स्थगित करने की मांग करते हैं। अन्यथा पूरे झारखंड में आंदोलन तेज करेंगे। आने वाले चुनाव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। आदिवासी समाज इसका विरोध कर रही है। अगर आदिवासियों की भावना के साथ इसी तरह खिलवाड़ किया जाता रहा, तो हेमंत सोरेन की सरकार को सबक सिखाएंगे।

वहीं सड़क जाम से आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। लोग वाहनों में जाम में फंसे रहे। हालांकि एंबुलेंस एवं इमरजेंसी सेवाओं में किसी तरह की बाधा नहीं पहुंचाई। लेकिन बाइक एवं अन्य वाहनों का आवागमन ठप कर दिया गया। जिसमें महिलाएं भी स्कूटी में फंसी रही।

वहीं बंदी और सड़क जाम की सूचना पर पुलिस पूरी तरह मुस्तैद रही। पुलिस की टीम जाम स्थल पर पहुंची। अंचल अधिकारी आलोक वरन केसरी भी मौके पर पहुंचे। नगर थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक मनोज कुमार दल बल के साथ पहुंचे। पुलिस के पहुंचने पर कुछ देर वार्ता के पश्चात तकरीबन ढाई सौ की संख्या में बंद समर्थकों ने गिरफ्तारी दी।

नगर थाना प्रभारी के साथ बंद समर्थक गिरफ्तारी देते हुए थाना पहुंचे, फोटो- समाचार चक्र
नगर थाना प्रभारी के साथ बंद समर्थक गिरफ्तारी देते हुए थाना पहुंचे, फोटो- समाचार चक्र

नगर थाना प्रभारी मनोज कुमार के साथ सभी बंद समर्थक गिरफ्तारी देते हुए थाना पहुंचे। नगर थाना प्रभारी ने बताया कि तकरीबन ढाई सौ बंद समर्थकों ने गिरफ्तारी दी है।

उल्लेखनीय है कि हेमंत सोरेन की सरकार ने रघुवर दास के कार्यकाल में बनाए गए नियोजन नीति को रद्द करते हुए 60-40 के फार्मूले की घोषणा की है। इस फार्मूले के आधार पर 60 प्रतिशत स्थानीय और 40 प्रतिशत बाहरी लोगों को नौकरियों में अवसर मिलेगा। आदिवासी समाज इसी का विरोध कर रही है। नियोजन नीति में इस फार्मूले को लेकर राज्य भर में काफी गहमागहमी चल रही है। भाजपा इसका पुरजोर विरोध कर रही है। आदिवासी समाज विरोध में सड़क पर प्रदर्शन कर रही है।

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