समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़ । केकेएम कॉलेज के आदिवासी हॉस्टल के छात्र छात्राओं ने रविवार को बाहा पर्व धूमधाम से मनाया। कॉलेज के हॉस्टल परिसर में आयोजित पर्व का छात्रों ने जमकर लुत्फ उठाया। इस दौरान सखुआ फूल से पानी की होली खेली गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. महेंद्र बेसरा, सामाजिक कार्यकर्ता मसीह टुडू, महेशपुर के शिक्षक शिबू टुडू शामिल हुए। पर्व की शुरुआत विधिवत पूजा-अर्चना के साथ हुई।
नायकी दुर्गा मरांडी एवं कुडूम नायकी रविनाथ टुडू ने पूजा अर्चना संपन्न कराया। इसके बाद नायकी एवं कुडूम नायकी ने छात्र छात्राओं को सखुआ फूल दिया। वहीं सखुआ के फूल पानी में भिगोकर छात्रों को छिड़ककर होली का शुभारंभ किया। फूल वितरण के दौरान छात्राओं ने नायकी एवं कुडूम नायकी से आशीर्वाद प्राप्त किया।
यहां बता दें कि आदिवासी समाज का सबसे बड़ा और पवित्र पर्व सोहराय के बाद बाहा बड़े पर्व में शामिल है। जिसे बड़े ही सादगी के साथ धूमधाम से मनाया जाता है। पानी की होली इस पर्व की खासियत है। जिसमें किसी तरह के रंग का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं होती है। पर्व की खास मान्यता सखुआ फूल की होती है। आदिवासी समाज में बाहा पर्व में सखुआ फूल का काफी महत्व होता है। इसी सखुआ फूल को पानी में भिगोकर एक दूसरे को छिड़ककर पानी की होली खेलते हैं।
मान्यता के मुताबिक सखुआ के पेड़ में फूल नहीं आने तक कोई भी फल ग्रहण नहीं करते हैं। परंपरा को निभाते हुए छात्र छात्राओं ने सखुआ के फूल को पानी में भिगोकर एक दूसरे को छिड़ककर होली खेली। पानी के होली का छात्रों ने जमकर आनंद उठाया। इसके बाद पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य का भी जमकर लुत्फ उठाया। जिसमें छात्राओं ने मनमोहक सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं छात्रों ने मांदर के साथ जमकर मस्ती की।
पर्व के आयोजन में बाहा पर्व समिति के अध्यक्ष बड़का टुडू, सचिव संजीत मरांडी, कोषाध्यक्ष प्रमिला मरांडी, उपसचिव सुखमणि टुडू, छात्र नायक बजल टुडू, चेतान मुर्मू, संतोष मरांडी, छात्र नायिका मिनाती टुडू, उप छात्र नायिका सुशीला बेसरा, एडवर्ड सोरेन, सुलिधन हांसदा, मार्शल हांसदा, कमल मुर्मू आदि ने सराहनीय भूमिका निभाया।
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