समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़ । कहते हैं रक्त बनाया नहीं जा सकता। देश में लाखों लोग खून की कमी से जूझ रहे हैं और कितने लोगों की इसकी कमी से मौत हो जाती है। शरीर में ही इसे या तो बढ़ा सकते हैं या जरूरत पड़ने पर दान कर किसी की जिंदगी बचा सकते हैं। नेक इरादे इंसान को दूसरों के लिए जीना सिखाती है।
इंसानियत फाउंडेशन इसका जीता जागता उदाहरण है। ब्लड डोनेशन के लिए यह नाम आज लोगों के जुबां पर है। किसी को कभी भी, कहीं भी ब्लड की जरूरत पड़ने पर इंसानियत फाउंडेशन से जुड़े युवाओं की टोली जी जान से लग जाते हैं। फाउंडेशन के पहल पर ही एक बार फिर दो जिंदगियां बची है।
माहे रमजान में इस नेक काम में सदर प्रखंड के इलामी गांव के अजहर शेख एवं मो. शमीम अख्तर रक्तवीर बने हैं। जिन्होंने दो मरीजों के लिए रक्तदान किया।
मिली जानकारी के मुताबिक रासेदा बीवी और मिठू मंडल नामक मरीज अस्पताल में भर्ती थे। जिन्हें रक्त की सख्त जरूरत थी। इंसानियत फाउंडेशन के अध्यक्ष बानिज शेख एवं कोषाध्यक्ष फरजान शेख को परिजनों से इसकी सूचना मिली। दोनों के पहल पर इलामी के युवा अजहर शेख एवं मो. शमीम अख्तर ब्लड डोनेट के लिए तैयार हो गए। दोनों ने पाकुड़ पहुंचकर ब्लड बैंक में रक्तदान किया। इसके बाद डॉक्टरों ने मरीजों को ब्लड चढ़ाया। इलामी के दोनों युवाओं का परिजनों ने धन्यवाद किया।
वहीं ब्लड डोनर अजहर शेख एवं मो. शमीम अख्तर सहित इंसानियत फाउंडेशन की सराहना हो रही है। इस नेक काम में आजाद शेख, बजले अहमद, सरफराज शेख आदि की भी सराहनीय भूमिका रही।