बिक्की आलम @समाचार चक्र
पाकुड़िया। इस संसार में माता-पिता ही पहला शख्स होते हैं, जिन्हें अपने बच्चों की हमेशा फिक्र होती है। माता-पिता को बच्चों के भविष्य के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य की खास चिंता रहती है। घर से निकलने के बाद सही-सलामत लौटने की फिक्र माता-पिता को खाई जाती है। अमीर हो या गरीब, सभी माता-पिता बच्चों को लाड़-प्यार से पालते हैं। इसके बावजूद आए दिन माता-पिता के साथ अपने ही बच्चों के गलत बर्ताव की घटनाएं सामने आती रहती है। लेकिन पाकुड़िया में दो साल के एक मासूम बच्चे ने अपनी मां को जलने से बचाने के लिए जो प्रयास किया, उससे माता-पिता के साथ गलत बर्ताव करने वालों को सबक लेना चाहिए। दो साल का वो बच्चा खुद आग से झुलस कर भी मां को जलने से बचा लिया। दरअसल खाना बनाने के दौरान एक महिला की साड़ी में अचानक आग पकड़ने से उसका 2 वर्षीय बेटा सत्यम मिर्धा झुलस कर घायल हो गया। मिली जानकारी के अनुसार घटना रविवार की सुबह की है। बच्चा को इलाज के लिए परिजनों के द्वारा पाकुड़िया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। जहां डॉ मंजर आलम के द्वारा इलाज किया गया। झुलसे बच्चे की पहचान पाकुड़िया हरिजन टोला निवासी सोनू मिर्धा का बेटा सत्यम मिर्धा के रूप में हुई। बताया जाता है कि सुबह घर में जब सोनू मिर्धा की पत्नी मधु मिर्धा खाना बना रही थी, तभी उसकी साड़ी में अचानक आग पकड़ लिया। वह आग बुझाने का प्रयास कर रही थी, तब उसका दो वर्षीय बेटा सत्यम मिर्धा आकर उसे पकड़ लिया। जिससे उसकी मां तो बच गई, पर उसका बेटा का गर्दन के पास का हिस्सा काफी जल गया है। डॉ आलम ने बताया कि बच्चे का प्राथमिक इलाज कर छुट्टी दे दिया गया है।