समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। कांग्रेस प्रदेश महासचिव तनवीर आलम ने मंगलवार को सदर प्रखंड के ईलामी गांव का दौरा किया। उन्होंने पूर्वी टोला और मध्य टोला में जनसभा को भी संबोधित किया। लोगों की समस्याओं से अवगत हुए और समाधान का भरोसा दिलाया। उन्होंने जनसभा में मौजूद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए राज्य की गठबंधन सरकार के कार्यों को गिनाया। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के उपलब्धियों को ग्रामीणों के समक्ष रखा। तनवीर आलम ने कहा कि मैं काफी सालों से इस क्षेत्र में आ रहा हूं। एक समय था जब एक पंचायत से दूसरे पंचायत में जाने के लिए लोग हजार बार सोचते थे। इस इलाके में यातायात व्यवस्था बेहद ही खराब थी। तनवीर आलम ने ईलामी और नवादा गांव के बीच अमीन घाट में बनी पुल को लेकर कहा कि जब यहां पुल नहीं बनी थी, लोगों को आवागमन में कितनी परेशानियां होती थी, यह हर कोई जान रहे हैं।

उन्होंने कहा कि साल 2000 में बाढ़ के दौरान किसी तरह मैं नवादा गांव तक पहुंचा। इसके बाद आगे नहीं बढ़ पाए। लोग रस्सी के सहारे जान जोखिम में डालकर पानी के तेज बहाव के बीच पार हो रहे थे। मैंने उसी दिन वादा किया था कि यहां ब्रिज बनाकर दिखाऊंगा और आज ब्रिज बनकर तैयार है। उन्होंने ग्रामीण इलाकों में किए गए सड़कों और पुल पुलिया के अलावा अन्य विकास कार्यों को भी रखा। आम जरूरतमंद लोगों के लिए सरकार द्वारा किए गए कार्यों को भी बताया। उन्होंने कहा कि एक समय था, जब बीडीओ सीओ गांव नहीं आते थे। लेकिन साल 2019 में जब गठबंधन की पहली बार सरकार बनी, तब सरकार ने तय किया कि ग्रामीणों को सरकारी कार्यालय का चक्कर लगाना नहीं पड़ेगा।

बल्कि अधिकारी खुद लोगों के बीच गांव जाएंगे। इस तरह गठबंधन की सरकार ने सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाया। जिसमें हर तरह के जरूरतमंद लोगों का आवेदन लिया गया और आवेदन पर कार्रवाई हुई। जिसका लाभ ग्रामीण ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज 80 से 90 प्रतिशत लोग पेंशन ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले 60 साल का उम्र पूरा होने के बाद ही पेंशन मिलता था। अब गठबंधन की सरकार ने 10 साल घटाकर 50 साल कर दिया है। उन्होंने कहा कि कम उम्र में विधवा हो जाने के बावजूद महिलाओं को पेंशन नहीं मिलता था। लेकिन अब गठबंधन की सरकार के प्रयास से 20 साल की उम्र में भी अगर विधवा होती है, तो उन्हें पेंशन देने का प्रावधान बनाया गया है। कांग्रेस प्रदेश महासचिव तनवीर आलम ने जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि झारखंड में गठबंधन की सरकार बनने के बाद केंद्र सरकार ने इंदिरा आवास को बंद कर दिया। जिससे गरीब जरूरतमंदों को आवास मिलना बंद हो गया। गठबंधन की सरकार ने राज्य के पैसे से अबुआ आवास देने का निर्णय लिया। जिसका लाभ जरूरतमंदों को मिलने लगा है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी दलों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय ऐसे लोग आपको बरगलाने की कोशिश करेंगे। आपके बीच जाकर कांग्रेस को और उनके मंत्री विधायकों को गाली देने का काम करेंगे। उन्होंने लोगों से अपील किया कि ऐसे नेताओं से सवाल पूछे कि इतने दिन वे लोग कहां थे। जिस दिन लोग कोरोना में परेशान थे, लोग घर नहीं आ पा रहे थे, उस दिन भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी दल के नेता क्या कर रहे थे।

तनवीर आलम ने कहा कि कोरोना काल में गठबंधन की सरकार ने बाहर से लोगों को लाने का काम किया। हवाई जहाज और बसों से घर तक पहुंचाया। इसके लिए हमें केस भी झेलना पड़ा। लेकिन हम केस से डरने वाले नहीं थे। इसलिए लोगों को लगातार घरवालों से मिलाने का काम किया। मौके पर कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष मंसारुल हक, विधायक प्रतिनिधि देबू विश्वास, शिक्षा प्रतिनिधि मीरजहान विश्वास, जिला कोषाध्यक्ष असद हुसैन, मुखिया अब्दुस समद, हबिबुर रहमान आदि मौजूद थे।
