समाचार चक्र संवाददाता
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पाकुड़। मालपहाड़ी पत्थर उद्योग का इलाका हैवी ब्लास्टिंग के जद में हैं। पत्थर खदानों में हैवी ब्लास्टिंग से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। तकरीबन एक दर्जन गांव हैवी ब्लास्टिंग से प्रभावित है। इनमें सुंदरापहाड़ी, चेंगाडांगा, नगरनवी, कान्हूपुर, पीपलजोड़ी, सालबोनी आदि गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे है। पत्थर खदानों में हैवी ब्लास्टिंग विशेष कर मकानों को प्रभावित कर रहा है। इनमें स्कूल भवन भी हो सकते हैं। इन गांवों में हैवी ब्लास्टिंग को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ रहा है। इधर नगरनवी गांव में घोषपाड़ा में दीवार गिरने से एक बुजुर्ग महिला की दबकर मौत होने के बाद ग्रामीणों का आक्रोश और भी बढ़ गया है। इस घटना को पत्थर खदानों में हैवी ब्लास्टिंग से जोड़कर देखा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि हैवी ब्लास्टिंग के चलते ही दीवार में दरारें पड़ गई थी। जिससे इतनी बड़ी घटना हो गई। दरअसल शुक्रवार की सुबह घोषपाड़ा में दो महिला ईंट की पक्की दीवार के पास गोबर से जलावन बना रही थी। इसी दौरान अचानक ही दीवार टूट कर गिर गया। जिसमें दबकर दोनों महिला बुरी तरह घायल हो गई। दोनों महिला को आनन-फानन में पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट में इलाज के लिए ले जाया गया। इलाज के दौरान 55 साल की बुजुर्ग महिला प्रतिमा मंडल की मौत हो गई। वहीं खबर लिखे जाने तक मृत महिला के शव का पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही थी। देर शाम तक शव घर नहीं पहुंचा था। वहीं घटना में घायल घोषपाड़ा के गणेश मंडल की पत्नी का इलाज चल रहा है। इस घटना को लेकर परिजन और ग्रामीणों में आक्रोश चरम पर है। लोगों में घटना को लेकर आंदोलन की चर्चाएं भी चल रही थी।
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पत्थर खदानों में परंपरा सा चल पड़ा है हैवी ब्लास्टिंग
मालपहाड़ी पत्थर उद्योग क्षेत्र में हैवी ब्लास्टिंग एक परंपरा सा चल पड़ा है। सूत्रों का कहना है कि इस इलाके में पत्थर खदानों में हैवी ब्लास्टिंग से ही पत्थर खनन किया जा रहा है। मतलब यह है कि नियमों को ताक पर रखकर पत्थर खनन के लिए हैवी ब्लास्टिंग का ही इस्तेमाल हो रहा है। सूत्रों का दावा है कि दोपहर 12:00 बजे से 2:00 बजे तक सबसे ज्यादा हैवी ब्लास्टिंग हो रहा है। इस दौरान खदान के आसपास के गांव में भूकंप जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। इस मंजर को लोग भूकंप की तरह महसूस करते हैं। जो काफी भयावह और डरावना लगता है।
कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि हैवी ब्लास्टिंग पर रोक लगाने के लिए पूर्व में प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया था। लेकिन इस पर पहल नहीं हुआ। अगर समय पर हैवी ब्लास्टिंग पर रोक नहीं लगता है, तो यह आने वाले दिनों में और भी बड़ी घटना का कारण बन सकता है। प्रशासन और खनन विभाग को इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
जिला खनन पदाधिकारी ने कहा
जिला खनन पदाधिकारी (डीएमओ) राजेश कुमार ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है।अगर ऐसी बात है तो जानकारी लेकर कार्रवाई करूंगा।
क्या कहते है मालपहाड़ी ओपी प्रभारी—
मालपहाड़ी ओपी प्रभारी ने कहा दीवार पहले से जर्जर थी,वहां पर महिला काम कर रही थी.अचानक दीवार महिला पर गिर पड़ा.परिजनों ने इस संबंध में लिखित देने की भी बात कही है.