समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़-देश में रक्तदान की काफी जरूरत रहती है,लेकिन ब्लड डोनेट करने से लोग बचते हैं. लोगों में यह धारणा बनी हुई है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आ जाती है,हालांकि ऐसा नहीं है.आज भी लोग दर्जनों और सैकड़ों बार खून देकर चुस्त और दुरुस्त है.सदर अस्पताल सोनाजोड़ी में इशाकपूर के 36 वर्षीय गर्भवती गोलबानु बीबी क़ो ईलाज के लिए भर्ती कराया गया था. डाक्टरों ने उनके परिजनों को तुरंत खून उपलब्ध कराने के लिए कहा था.महिला के परिजन हजरत अली स्वयं डोनर है उन्होंने इंसानियत फाउंडेशन के आग्रह पर कई बार रक्तदान क़र चुके है.ज़ब उनके परिजनों को ब्लड की जरूरत पड़ी तो संस्था के सचिव बानिज शेख से संपर्क किया. बानिज ने फ़ौरन अपने मित्र एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष शमसाद अलाम से सम्पर्क किया. वे तुरंत रक्तदान के लिए तैयार हो गए.आलम ब्लड बैंक पहुंचकर ओ पॉजिटिव ब्लड डोनेट किया.वहीं संस्था के अध्यक्ष सद्दाम हुसैन ने कहा रक्तदान महादान है.हमारे पाकुड़ में जरूरतमंद लोगों क़ो कोई परेशानी नहीं होने देंगे.इसके लिए हमारी टीम चौबीस घंटे तैयार रहती है.शमसाद आलम ने कहा की किसी की जिंदगी बचाने के जब खून डोनेट करते है तो मुझे काफ़ी शकुन मिलता है. खून देने से शरीर में कमजोरी नहीं होती है. इस लिए हर युवा को खून देना चाहिए.
कौन है इंसानियत फाउंडेशन का बानिज—
बानिज शेख एक साधारण परिवार में जन्मे मात्र 28 साल का युवा है. पाकुड़ शहर से महज पांच किलोमीटर पर अवस्थित चांचकी गांव का रहने वाला है.उन्होंने भागलपुर से स्नातक की पढ़ाई पूरी करके पाकुड़ अपने किसान पिता का हाथ बंटाने लगे. इसके बाद क्षेत्र में खासकर महिलाओं की खून की कमी से हो रही मौत और ब्लड न मिलने से हो रही परेशानी को देखते हुए चार पांच युवाओं ने वर्ष 2019 में इंसानियत फाउंडेशन का गठन किया.इसके बाद 2021 में संस्था का रजिस्ट्रेशन कराया.धीरे धीरे युवाओं की टोली जुड़ते गए. वर्तमान में इनके संस्था में लगभग एक हजार युवा शामिल है.जब भी किसी को भी खून की जरूरत पड़ती है तो बिना जात धर्म देखे खून देने के लिए दौड़ पड़ते है.फिलहाल बानिज अपना परिवार चलाने के लिए मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में एक छोटी सी इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान खोल रखी है.उसी बचे हुए समय से बानिज और उनकी टीम निःस्वार्थ भाव से ब्लड डोनेशन का काम करते है.हालांकि बानिज को पूरा विश्वास है उन्हें पाकुड़ की आमजनता मदद करेगी प्रशासन उन्हें सम्मान देने का काम करेगी.वे कहते है जब किसी की जान हमलोगों के सहयोग से बच जाता है तो अल्लाह का शुक्र अदा करता हूँ.