Homeपाकुड़निसात आलम संभाल सकती हैं पति आलमगीर आलम की राजनैतिक विरासत
Maqsood Alam
(News Head)

निसात आलम संभाल सकती हैं पति आलमगीर आलम की राजनैतिक विरासत

सांसद विजय हांसदा की मां के साथ वायरल तस्वीर ने चर्चाओं को दी हवा

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Gunjan Saha
(Desk Head)

कृपा सिंधु तिवारी “बच्चन”

पाकुड़। एक तस्वीर अचानक सोशल मीडिया पर बीते दिन वायरल हुई। तस्वीर में जेल में बंद पाकुड़ के वर्तमान विधायक आलमगीर आलम की पत्नी निसात आलम और क्षेत्र के सांसद विजय हांसदा की मां आपस में मिलती दिखीं। चूंकि विधानसभा चुनाव सामने है, लिहाजा तस्वीर पर कयास लगाया जाने लगा और तरह तरह की चर्चाएं आम होने लगी।
आलमगीर की गिरफ्तारी से पहले चर्चा आम थी, कि इस बार आलमगीर साहब के पुत्र तनवीर आलम कांग्रेस की टिकट पर विरासत संभालने मैदान में उतरेंगे। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
लेकिन विधायक की पत्नी की तस्वीर ने चर्चाओं को एक अलग मोड़ दे दिया। नीचे से ऊपरी मंजिल तक चर्चा है कि विधायक पुत्र तनवीर आलम का नाम भी टिकट के दौर में शामिल हैं। हालांकि फिलवक्त के समीकरण और संभावनाओं को देखते हुए वर्तमान राजनैतिक उठापटक के दौर में पिता की जगह तनवीर आलम से बेहतर मां निसात आलम ही बेहतर केंडिडेट साबित हो सकती है। इसलिए विधायक आलमगीर आलम की पत्नी निसात आलम इस बार चुनाव लड़ेंगी। उधर पहले झामुमो फिर आजसू छोड़ चुके अकिल अख्तर ने टिकट के लिए कांग्रेस से संपर्क साधा है। बात में कितनी सच्चाई है, ये कहना बहुत मुश्किल है। लेकिन शायद अफवाह ही सही, पूर्व विधायक अकिल अख्तर के नजदीकी लोग क्षेत्र में इस चर्चा को आम बनाये हुए हैं कि अकिल अख्तर को दिल्ली स्तर से आश्वासन मिला है। इधर आलमगीर आलम की पत्नी निसात आलम की वायरल तस्वीर ने लोगों के बीच चर्चा को और हवा दे दी कि अगर विधायक आलमगीर आलम और उनके पुत्र तनवीर आलम पर पार्टी में सहमति नहीं बनती है, तो किसी भी कीमत पर कांग्रेस का टिकट विधायक परिवार से बाहर न जा पाए और इसीलिए विधायक की पत्नी निसात आलम ने घर की दलहीज से राजनीति की मैदान में आने की ठानी है। बात जो भी हो, लेकिन चुनावी माहौल में एक तस्वीर भी चर्चाओं को कितने रंग दे देता है, इन दिनों पाकुड़ की राजनैतिक मैदान ऐसे ही चर्चाओं के रंगों से रंगा पड़ा है। हमलोग तो ठहरे बीच वाले, नजर बनाये रखेंगे और चर्चाओं को टटोलेंगे, अपने पाठकों को हर रंग से रु-ब-रु कराएंगे। लेकिन ये तो तय है कि “धुआँ तो झूठ नहीं बोलता कभी यारो, इस शहर में बस्ती कोई जली तो है”। उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी व कांग्रेस प्रदेश महासचिव तनवीर आलम की मां निसात आलम की कांग्रेस कार्यालय में सोमवार की शाम एक कार्यक्रम भी तय किया गया था। हालांकि किसी कारणवश कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया।

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