crime reporter
मुर्शिदाबाद। मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज थाना क्षेत्र में बुधवार को कई स्थानों से देसी बम बरामद हुए। जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। लोग डरे-सहमे हुए हैं। अप्रिय घटनाओं के शिकार होने की आशंका से डर के साए में जी रहे हैं। पिछले दो दिनों में लगातार बगीचों में बम विस्फोट होने या फिर बम बरामद होने से दहशत का माहौल बना हुआ था ही, इधर बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी बम मिलने से लोग और भी खौफजदा हैं। इसी सप्ताह सोमवार को मालंचा गांव स्थित एक बगीचे में बम विस्फोट होने से छह साल की एक बच्ची बुरी तरह घायल हो गई थी। अगले दिन मंगलवार को भी जोत काशी गांव में आम बगीचे में बाल्टी में रखा एक दर्जन देसी बम बरामद किया गया था। लगातार तीसरे दिन बाबुपुर तथा आलमशाही गांव में कई जगहों पर देसी बम बरामद किए गए। इस दौरान कहीं बगीचे में रखा, तो कहीं मिट्टी के नीचे जार में भरकर दबाकर रखे गए बमों को बरामद किया गया। इससे पुलिस भी असमंजस में आ गई। पुलिस भी कहीं ना कहीं कंफ्यूजन में आ गए कि पता नहीं कब कहां से बम निकल जाए। इसलिए पुलिस को खोजी कुत्ता का सहारा लेना पड़ा। पुलिस ने इन इलाकों में खोजी कुत्ता के सहारे बमों की खोजबीन की गई। मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान दर्जनों देसी बम पाए गए। जिसे बम निरोधक दस्ते के द्वारा बारी-बारी से नष्ट भी कर दिया गया। इधर जंगीपुर एसपी अमित कुमार साव, फरक्का एसडीपीओ अमीनुल इस्लाम खान तथा शमशेरगंज थाना के आईसी सुब्रत घोष को बम बरामदगी में घंटों पसीना बहाते देखे गए। आईसी सुब्रतो घोष ने बताया कि हमने मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि बाबूपुर और आलमशाही गांव सहित कई स्थानों से भारी संख्या में बम बरामद हुए हैं। आम बगीचे में झोपड़ी के अंदर, तो कहीं मिट्टी के नीचे जार में भरकर बम रखा गया था। पुलिस ने सभी बमों को बम निरोधक दस्ते के द्वारा नष्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बम की खोजबीन के लिए खोजी कुत्ता का भी सहारा लिया गया। इधर लगातार बम मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। लोगों में दहशत का माहौल देखा जा रहा है। पुलिस लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए काम कर रही है। आम लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिया जा रहा है।

