अबुल काशिम@समाचार चक्र
पाकुड़। पाकुड़ सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के मालंचा घाट में गंगा कैनाल में सोमवार को दोस्तों के साथ नहाने गया 20 वर्षीय गोपाल दास उर्फ सानू दास (पिता- उत्तम दास) गहरे पानी में समा गया। दो दिन बाद बुधवार को सानू दास का शव मालंचा से तकरीबन 20 किलोमीटर दूर आहिरन ब्रिज के पास से बरामद किया गया। केकेएम कॉलेज (पाकुड़) के बीए प्रथम वर्ष का छात्र सानू दास सदर प्रखंड के चांदपुर गांव का रहने वाला था। मिली जानकारी के मुताबिक वह सोमवार सुबह करीब 10:00 बजे अपने छह दोस्तों के साथ गांव से थोड़ी दूर गंगा कैनाल में बंगाल का मालंचा घाट में नहाने गया था। इसी दौरान हादसे का शिकार हो गया। अलग-अलग स्रोतों से जानकारी मिली कि छह दोस्तों में से तीन दोस्त कैनाल में नहाने उतरा था। इसमें सानू दास भी शामिल था। अन्य तीन दोस्त घाट के ऊपर ही बैठा था। नहाने के दौरान सानू घाट से थोड़ा दूर चला गया। इसी दौरान गहरे पानी में समा गया। मिनटों बाद भी जब सानू पानी से ऊपर नहीं आया, तो सभी दोस्त घबरा गए और खोजबीन करने लगे। लेकिन कैनाल के किनारे या थोड़ी दूर काफी खोजबीन के बाद भी कोई पता नहीं चल पाया। इसके बाद दोस्तों ने सानू के परिजनों को खबर दिया। परिजन दौड़े-दौड़े मौके पर पहुंचे। दिन भर कैनाल में सानू के खोज में लग रहे, लेकिन कोई पता नहीं चल पाया। इस तरह दो दिन बीत गए। बुधवार अहले सुबह करीब 5:30 बजे बंगाल के आहिरन ब्रिज के पास सीआरएफ घाट संख्या 12 में सानू दास का शव बरामद हुआ। मुखिया (चांदपुर पंचायत) पूर्णेन्दु सरकार ने बताया कि घटना काफी मर्माहत है। परिजनों और रिश्तेदारों के अलावा ग्रामीणों के बीच सानू दास काफी प्रिय थे। शांत और सरल स्वभाव के सानू दास बचपन से ही पढ़ाई में तेज था। परिजनों को सानू से काफी उम्मीदें थी। हृदय विदारक इस घटना ने पूरे गांव में मातम पसरा दिया है। इधर सानू दास की मौत से परिजन और रिश्तेदारों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों और रिश्तेदारों में मातम पसरा हुआ है। दुर्गा पूजा के त्यौहार को लेकर गांव में जहां उत्साह का माहौल था, वहीं सानू दास की दर्दनाक मौत से खुशी का माहौल मातम में बदल गया।