crime reporter
मुर्शिदाबाद। बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत के अंतर्गत भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित 71वीं वाहिनी की सीमा चौकी खंडुआ पर तैनात सतर्क और सजग जवानों ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। इस कार्रवाई के दौरान जवानों ने 1.060 किलोग्राम मेथाक्वालोन (अनुमानित 3,18,00,000 रुपए) और 100 ग्राम हेरोइन (अनुमानित मूल्य 20,00,000 रुपए) बरामद की है।जिससे कुल 3 करोड़ 38 लाख मूल्य की मादक पदार्थों की तस्करी को रोका गया। मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित सीमा सुरक्षा बल की 71वीं वाहिनी की बीओपी खंडुआ के सतर्क जवानों ने रात्रि लगभग 2:30 बजे डोमिनेशन लाइन के पीछे दो संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों को देखा। जवानों ने तुरंत टॉर्च की रोशनी दिखाते हुए उन्हें रुकने की कड़ी चेतावनी दी, लेकिन दोनों संदिग्ध व्यक्ति तेजी से नजदीकी गांव अट्रोसिया की ओर भाग निकले। जवानों ने उन्हें पकड़ने की भरसक कोशिश की परन्तु वे अँधेरे व नजदीकी घरों का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। इस घटना के तुरंत बाद बीएसएफ जवानों ने इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चलाया। अभियान के दौरान झाड़ियों और आस-पास के इलाकों में बारीकी से तलाश करते हुए जवानों ने प्लास्टिक का एक बैग बरामद किया। बैग को खोलने पर उसमें दो पैकेट पाए गए, जो भूरे रंग की टेप से लिपटे हुए थे। पहले पैकेट को खोलने पर उसमें से हल्के पीले रंग के पाउडर से भरे 10 छोटे सेलोफेन पैकेट मिले, जो प्रथम दृष्टया मादक पदार्थ प्रतीत हो रहे थे। दूसरे पैकेट से दो अतिरिक्त सेलोफेन पैकेट प्राप्त हुए। जिनमें से एक में भूरा और दूसरे में हल्का पीला पाउडर भरा हुआ था। बरामद पैकेटों को तुरंत जब्त कर लिया गया और तत्काल परीक्षण के लिए भेज दिया गया। परीक्षण के बाद इन संदिग्ध पाउडरों को हेरोइन (100 ग्राम ) के रूप में तथा मेथाक्वालोन (1.060 किलोग्राम ) के रूप में पॉजिटिव पाया गया। 100 ग्राम हेरोइन की अनुमानित कीमत 20 लाख रुपए और 1.060 किलोग्राम मेथाक्वालोन अनुमानित कीमत 3,18,00,000 रुपए आंकी गई है। जब्त किए गए मादक पदार्थों को आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर संबंधित विभाग के हवाले कर दिया गया है। दक्षिण बंगाल सीमांत के जनसंपर्क अधिकारी ने इस घटना के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी के प्रयासों को रोकने और नशे के खिलाफ अभियान में यह एक बहुत बड़ी सफलता है। जिसका सारा श्रेय बीएसएफ के बहादुर जवानों को जाता है जो दिन-रात पूरी मुस्तैदी से सीमा पर ड्यूटी कर रहे हैं और तस्करी के प्रत्येक प्रयास को नाकाम करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। बीएसएफ जवानों की सजगता और त्वरित कारवाई से तस्करों के हौसले लगातार पस्त हो रहे हैं जो की बीएसएफ के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
