कई गाय शेड के भी गायब होने की चर्चा
पाकुड़। सदर प्रखंड अंतर्गत तारानगर पंचायत में एक से एक भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। इधर एक प्लांटेशन की योजना भी गायब होने की खबर है। बिना पौधा लगाएं 01 लाख से भी अधिक की निकासी कर ली गई है। फर्जी मास्टर रोल तैयार कर बिचौलिए ने सरकारी राशि का गबन कर लिया है। मिली जानकारी के मुताबिक तारानगर पंचायत अंतर्गत कुसमानगर गांव में मोहसिन अली के जमीन पर प्लांटेशन की योजना स्वीकृत की गई थी। आधा (0.5) एकड़ जमीन पर प्लांटेशन की योजना वित्तीय वर्ष 2023-24 में स्वीकृत कराई गई। जिसका योजना संख्या 24/2023-24 है। लेकिन बिचौलिए ने बिना काम किए ही राशि की निकासी शुरू कर दी और अब तक 01 लाख 1745 रुपए की निकासी की जा चुकी है। इस फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार के खेल में पंचायत के बिचौलिए के साथ पंचायत सचिव और रोजगार सेवक की बड़ी भूमिका हो सकती है। इसलिए कि मनरेगा योजना में पंचायत सचिव और रोजगार सेवक की देखरेख में ही योजनाओं का क्रियान्वयन होता है। पंचायत सचिव और रोजगार सेवक को जांच और कागजी प्रक्रिया पूरी करने की जिम्मेदारी होती है। हालांकि बिचौलिए के द्वारा पंचायत सचिव और रोजगार सेवक को धोखे में रखकर या उनके आंखों में धूल झोंक कर फर्जी निकासी करने का काम भी किया जा सकता है। इन सब गड़बड़ियों के बीच जांच में सारा कुछ खुलकर सामने आ सकता है। लेकिन शर्त यह है कि जांच गहराई और ईमानदारी से होनी चाहिए। तभी इस तरह के भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े को रोका जा सकता है। उल्लेखनीय है कि तारानगर पंचायत में वित्तीय वर्ष 2023-24 में मनरेगा के तहत सिंचाई कूप, तालाब, डोभा, प्लांटेशन, दीदी बाड़ी योजना, गाय शेड आदि दर्जनों योजनाओं का काम हुआ है। जिसमें व्यापक पैमाने पर गड़बड़ियां की गई है। तारानगर पंचायत में वित्तीय वर्ष 2023-24 में नौ गाय शेड निर्माण की भी स्वीकृति दी गई है। इनमें अधिकतर योजना में गड़बड़ी की बातें कही जा रही है। कई योजनाओं के गायब होने की सूचना मिली है। इसका खुलासा अगले अंक में प्रकाशित किया जाएगा। इधर लगातार खबर प्रकाशन के बाद प्रखंड कार्यालय की ओर से जांच शुरू हो गई है। प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) समीर अल्फ्रेड मुर्मू के आदेश पर बीपीओ अजीत टुडू ने शुक्रवार को तारानगर पंचायत जाकर एक सिंचाई कूप निर्माण योजना का जांच किया। हालांकि समय अभाव में अन्य योजनाओं की जांच नहीं कर पाए। जितनी भी जांच हुई, उसमें भी गड़बड़ियां पकड़ी गई। प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी अजीत टुडू ने बताया कि तारानगर पंचायत में एक सिंचाई कूप की जांच की गई। जिसमें सिंचाई कूप का पैरापीट कम पाई गई है। उन्होंने कहा कि समय के अभाव में आज जांच पूरी तरीके से नहीं हो पाई है। एक टीम बनाकर योजनाओं की जांच की जाएगी। जितने भी योजनाओं में गड़बड़ी की गई है या संदेह है, उनकी जांच कर रिपोर्ट तैयार किया जाएगा। इसके बाद कार्रवाई होगी।