Homeसाहिबगंजहोमियोपैथी चिकित्सक ने गरीबों की जांच कर व मुफ्त दवा देकर मनाई...
Maqsood Alam
(News Head)

होमियोपैथी चिकित्सक ने गरीबों की जांच कर व मुफ्त दवा देकर मनाई पिता की पुण्यतिथि

डॉ एमके पोद्दार की 12 वीं पुण्यतिथि पर निशुल्क होमियोपैथी शिविर का आयोजन

समाचार चक्र की खबरें अब Google news पर

क्लिक करें
Gunjan Saha
(Desk Head)

सन्नी राज@समाचार चक्र

साहिबगंज कहते हैं किसी अपने का निधन हो जाए तो उसे पुण्य पहुंचाने का बेहतर तरीका गरीबों व लाचारों की सेवा करना है। रिश्तों को दरकिनार कर पैसों के पीछे भागती दुनिया में अभी भी कुछ ऐसे लोग हैं जो अपनों के निधन के बाद उन्हें पुण्य पहुंचाने के बहाने ढूंढते हैं।

ऐसा ही एक उदाहरण हैं शहर के जाने माने होमियोपैथी चिकित्सक डॉ सूर्यानंद प्रसाद। यूं तो डॉ सूर्यानंद अक्सर सामाजिक तौर पर लोगों की सेवा करते ही हैं लेकिन अपने पिता प्रसिद्ध होमियोपैथी चिकित्सक डॉ एमके पोद्दार की पुण्यतिथि पर डॉ सूर्यानंद विशेष तौर पर किसी गरीब या पिछड़े इलाके में शिविर लगा कर गरीबों व लाचारों की जांच कर उन्हें मुफ्त में दवा उपलब्ध कराते हैं।

24 मार्च शुक्रवार को अपने पिता की 12 वीं पुण्यतिथि पर सदर प्रखंड के महादेवगंज, तीर टोला में निशुल्क होमियोपैथी चिकित्सा शिविर लगाया। इसका उद्घाटन मुखिया कविता देवी, मुखिया प्रतिनिधि प्रकाश मंडल, छबीला यादव, डॉ सूर्यानंद प्रसाद, प्रशुराम गुप्ता ने दीप प्रज्वलित कर किया।

शिविर में डॉ सूर्यानंद ने लोगों की निःशुल्क जांच कर उन्हें होमियोपैथी दवाएं दीं। पोद्दार होमियो क्लीनिक के संचालक डॉ सूर्यानंद प्रसाद ने बताया कि होमियोपैथी एक सस्ती व कारगर चिकित्सा पद्धति है। छोटी से लेकर बड़ी-बड़ी बीमारियों का इलाज भी होमियोपैथी में मौजूद है। लोगों को इस पद्धति को अपनाना चाहिए।

डॉ प्रसाद ने जानकारी देते हुए कहा कि पूज्य पिता की पुण्यतिथि पर वर्ष 2012 से लगातार हर वर्ष एकदिवसीय नि:शुल्क चिकित्सा शिविर सह औषधि वितरण कार्यक्रम का आयोजन करते आ रहे हैं। इस दौरान मरीजों को दवाओं के साथ परामर्श भी दी जाती है। शिविर में मुख्य रूप से गैस्टीक, ब्लड पेशर, जोड़ो का दर्द, माथा दर्द, माइग्रेन, स्त्री रोग, मासिक की गड़बड़ी, ट्यूमर व अन्य बीमारी से ग्रसित लोग पहुंचे।

मौके पर सिकंदर पोद्दार, वीरेंद्र कुमार शर्मा, गोपाल कुमार, हर्ष कुमार, पियूष कुमार, संतोष यादव, पियूष यादव व अन्य मौजूद थे।

इसे भी पढ़े-

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

RELATED ARTICLES

Recent Comments