अबुल क़ासिम @समाचार चक्र
पाकुड़। डॉक्टर को भगवान का रुप माना जाता है। इसके पीछे वजह है कि ईश्वर के बाद अगर किसी व्यक्ति को जिंदगी देता है, तो वह डॉक्टर ही है। इस पेशे में कई बार ऐसे पल आते हैंं, जब लोग जीवन की उम्मीद ही छोड़ देते हैं। उस वक्त भी डॉक्टर मौत को मात देकर जिंदगी बचा लेता है। कई बार डॉक्टरों की मानवता की तस्वीरें भी सामने आती रही है, जब मरीज को बचाने के लिए खुद आगे आते हैं। ऐसी ही एक तस्वीर बुधवार को सामने आई, जब एक डॉक्टर की मानवता ने सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की जान बचा ली। दरअसल सदर अस्पताल में कार्यरत डॉ अमित कुमार कार से ड्यूटी के लिए निकले थे। इसी दौरान दोपहर करीब एक बजे के आसपास शहरकोल के पास दो बाइक की आमने-सामने टक्कर में एक युवक गंभीर हालत में घायल अवस्था में सड़क पर गिरा पड़ा था। डॉक्टर अमित कुमार की नजर पड़ी तो उन्होंने अपनी कार को रोक कर नीचे उतरे और घायल व्यक्ति को वहां मौजूद लोगों के सहयोग से उठाकर अपनी कार से सदर अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल पहुंचाकर डॉ अमित कुमार ने घायल व्यक्ति का इलाज भी किया। इसके बाद स्थिति को देखते हुए वार्ड में शिफ्ट कर दिया। डॉ अमित खुद अपनी निगरानी में घायल का इलाज करते दिखे। उन्होंने बताया कि करीब चालीस साल का व्यक्ति घायल अवस्था में पड़ा था। मैं एक चिकित्सक होने के नाते मेरी जिम्मेदारी बनती थी कि ऐसे समय में मदद के लिए आगे आए। मैंने घायल व्यक्ति को कार से अस्पताल लेकर आया और इलाज किया। अभी वह किसी भी खतरे से बाहर है। फिलहाल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। इलाज के बाद छुट्टी दे दी जाएगी। डॉ अमित कुमार ने अपील करते हुए कहा कि ऐसे वक्त में मरीज को अस्पताल पहुंचाने में हिचकिचाएं नहीं, बल्कि मदद के लिए आगे आए। वहीं इस दौरान मौजूद घायल व्यक्ति के परिजनों ने डॉ अमित कुमार का आभार व्यक्त किया। परिजनों ने बताया कि अशोक यादव (40 वर्ष) हिरणपुर प्रखंड के तुरसाडीह गांव का रहने वाला है। वह दूध का व्यवसाय करता है। आज भी बाइक से दूध पहुंचाने जा रहा था। इसी दौरान दुर्घटना का शिकार हो गया।