ललन झा@समाचार चक्र
अमड़ापाड़ा। झारखंड मुक्ति मोर्चा की नीतियों के धुर विरोधी बोरियो से झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान जन भावना को टटोलने अमड़ापाड़ा भी पहुंचे। पत्रकारों से बातचीत में दो टूक कहा कि मैं झामुमो का विरोधी नहीं बल्कि राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ रहा हूँ। मुझे बागी समझा जाता है लेकिन मैं बागी नहीं। मैं सिर्फ पार्टी मेनीफेस्टो के अनुरूप सरकार को आईना दिखता हूँ। शनिवार को अपने समर्थकों के साथ यहां पहुंचे विधायक का लोगों ने स्वागत किया। मीडिया के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि वर्तमान सांसद अगर राजमहल लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने का क्राइटेरिया पूरा करते हैं तो ठीक है। इस सीट पर मेरी व्यक्तिगत ईक्षा लोकसभा उम्मीदवार बनना नहीं है। चुनाव लड़ना नहीं है। किंतु यदि आवश्यकता पड़ी तो जनभावनाओं का सम्मान करूंगा। यदि जनता चाहेगी और पार्टी मुझे उम्मीदवार नहीं बनाएगी तो मैं निर्दलीय लड़ जाऊंगा। चूंकि सांसद विजय हांसदा को क्षेत्र की जनता नकार चुकी है। मेरा उद्देश्य झामुमो सहित इस सीट को बचाना है। मेरे लिए गुरुजी शिबू सोरेन पूज्य हैं। यह कहना बिल्कुल गलत होगा कि मैंने पार्टी से बगावत की है। मैं पार्टी की नीतियों के विरुद्ध हूं। मैं पार्टी में था और हूं। उन्होंने कहा कि 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने जो घोषणा पत्र जारी किया था उस अनुरूप एक भी कार्य नहीं हुआ। ऐसे में लोकसभा सीट को बचाना मुश्किल होगा । वर्तमान सांसद के विरोध का स्वर मुखर हो चुका है। जो माफिया या फिर ठेकेदार किश्म के लोग हैं वही वर्तमान सांसद को समर्थन देंगे। मेरी जनहित के बातों को सदन हो या बाहर पसन्द नहीं किया जाता , इसलिए मेरे कतिपय विरोधी मुझे बागी कहते हैं।अगर अपनी ही सरकार में मेरी बातों को अनसुना किया जाए तो मैं कहां जाऊं ? मैं जनता के हक और अधिकार पर बोलूंगा चूंकि मैं जनप्रतिनिधि हूं। अंजाम चाहे जो हो जन भावनाओं की कद्र करूंगा । उनके साथ कीनू हेम्ब्रम, मार्क बास्की, रितेश मूर्मू, मदन राय, मनोज मूर्मू , मोहन हेम्ब्रम, उशीद किस्कू , महातन, एडविन, रायसन मूर्मू आदि दर्जनों समर्थक मौजूद थे।