कृपा सिंधु बच्चन@समाचार चक्र
पाकुड़। इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग (बीटेक) की पढ़ाई पूरी कर आईपीएस बनने वाली 2013 बैच की निधि द्विवेदी ने पाकुड़ की कमान संभाल ली है। तकरीबन 20 वर्षों बाद और पाकुड़ में सम्पत मीना के बाद दूसरी महिला शक्ति ने यहां एसपी का पदभार ग्रहण किया है। गोरखपुर यूपी की मूल निवासी निधि द्विवेदी पाकुड़ से पहले कई पदों पर अपना योगदान कर रखा था, जिसमें सीआईडी एसपी का पद भी रहा है। यहां के प्रशासन के साथ जनता भी उनकी पाकुड़ में पदस्थापन से काफी खुश तथा आशान्वित है। यूपीएससी के तीसरे चांस में भारतीय पुलिस सर्विस में आने वाली एसपी साहिबा का मन इंजीनियरिंग में नहीं लगता था, लेकिन अपनी ट्रेंनिग के दौरान ही एक हादसे से निपटने वाली निधि द्विवेदी अपराध और अपराधियों से निपटने में कोई कोताही नहीं बरतती हैं। पाकुड़ में अपराध और अपराधियों के तरीकों से सीआईडी में रहीं एसपी साहिबा पहले से ही वाकिफ रही हैं, बावजूद इसके पाकुड़ में लगातार हो रही चोरी की घटनाएं एक चुनौती के रूप में पुलिस के सामने खड़ी है। उधर हिरणपुर में हथियार के नोंक पर एक मवेशी व्यवसायी से छह लाख पैंतालीस हजार की लूट ने नवपदस्थापित एसपी साहिबा को अपराध की सलामी के रूप में लोग देख रहे हैं। हांलांकि पिछले दिनों हुई चोरी सहित कई अपराधों का उद्भेदन कर पाकुड़ पुलिस ने अपनी क्षमता और उपयोगिता को साबित किया है। नव पदस्थापित एसपी साहिबा से भी आम लोगों को स्वाभाविक रूप से बहुत उम्मीद है। संगीत-प्रेमी एसपी निधि द्विवेदी अपराध के तारों से कोई अपराध की झंकार नहीं निकलने देंगी, ऐसी उम्मीद जताई जा रही है। पाकुड़ में इन अपराधों से इतर भी जाली लॉटरी, अवैध औद्योगिक विस्फोटक, पत्थर उद्योग से संबंधित अन्य तरीकों के अपराध सहित बहुत कुछ है, जिसे नव पुलिस कप्तान को तकनीकी तरीके से निपटना होगा। कुल मिलाकर एसपी साहिबा के पूर्व की पदस्थापनाओं और काम करने के तरीकों पर एक नजर डालने से ऐसा लगता है कि अपराध के हर प्रकार को पाकुड़ छोड़ना होगा। ऐसे पाकुड़ में मुखर अपराध के बनिस्पत मौन अपराध की बहुतायत है, जिसे समझना तथा उस पर अंकुश लगाना एक चुनौती है, जिसे पुलिस की पुरानी टीम अपने कप्तान से जरूर साझा करेगी। ऐसे में सभी चुनौतियों के लिए स्वयं एसपी साहिबा चुनौती साबित होंगी।