समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। धनबाद की पुलिस ने रविवार को नगर थाना क्षेत्र के बल्लभपुर स्थित एक कबाड़ दुकान में छापेमारी की। यह छापेमारी धनबाद के गोविंदपुर थाना क्षेत्र में ट्रक चोरी के एक मामले को लेकर की गई। इस छापेमारी में ट्रक के नंबर प्लेट और कई कटिंग पार्ट्स भी बरामद हुए। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया। धनबाद पुलिस ने नगर थाना पुलिस की मदद से छापेमारी कर कबाड़ दुकानदार रजीबुल शेख को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले को लेकर पाकुड़ पहुंची धनबाद के गोविंदपुर थाना के एसआई डीपी मेहता ने बताया कि गोविंदपुर थाना क्षेत्र में 26 अप्रैल और 31 मई को ट्रक की चोरी हुई थी। इस मामले में छानबीन के दौरान जानकारी मिली कि कुछ लोगों के द्वारा चोरी किए गए ट्रकों को पाकुड़ में बेचा गया है। आज इस सिलसिले में पाकुड़ पहुंचकर यह कार्रवाई की गई। इस मामले में कबाड़ दुकानदार रजीबुल शेख को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि चोरी के ट्रक के कुछ-कुछ सामान बरामद हुए हैं। अधिकतर सामानों को यहां से बेच दिया गया है। आज छापेमारी में ट्रक के नंबर प्लेट, कई कटिंग पार्ट्स और सीट्स के पार्ट्स जैसे सामान मिले हैं। जिसे जब्त कर लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले में गोविंदपुर थाना में कांड संख्या 283/25 दर्ज है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। इस दौरान नगर थाना के अवर निरीक्षक कन्हैया प्रसाद भी मौजूद थे। इधर कबाड़ दुकान में धनबाद पुलिस की रेड से हड़कंप मच गया है। सूत्रों के मुताबिक पाकुड़ में जितने भी कबाड़ दुकान चलाई जा रही हैं, उनमें से कई दुकानों में चोरी के सामान खपाए जाते हैं। इसमें एक सिंडिकेट काम कर रही है। जिसमें पाकुड़ जिले के साथ-साथ झारखंड के कई अन्य जिलों तथा बंगाल के भी अपराधी किस्म के लोग शामिल हैं। इन कबाड़ दुकानों पर प्रशासन को नजर रखने की जरूरत है। इसके साथ ही बीच-बीच में जांच भी जरूरी है। सूत्रों का कहना है कि ऐसे भी कबाड़ दुकानदार है, जो रातों-रात लखपति बन जाते हैं। कल तक जिनके पास रहने को घर नहीं होता था, आज आलीशान मकान और अकूत संपत्ति के मालिक हैं। सूत्रों का कहना है कि कबाड़ दुकान की आड़ में चोरी के सामानों को खपाने वाले ज्यादातर दुकानदारों ने अकूत संपत्ति अर्जित कर ली है। इन कबाड़ दुकानदारों की पहचान कर कार्रवाई होना चाहिए। पाकुड़ शहर और शहर से बिल्कुल सटे इलाकों में कबाड़ की दुकानों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी काफी संख्या में कबाड़ दुकान चलाई जा रही हैं।