समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। कांग्रेस प्रदेश महासचिव तनवीर आलम आमतौर पर अपनी बातों को शालिनता से रखते हैं। तनवीर के भाषणों में ठंडक बरस रहा होता है। लेकिन शनिवार को पार्टी के संवाद आपके साथ कार्यक्रम में मंच पर मौजूद तनवीर आलम अलग ही अंदाज में दिखे। उनके भाषण में वो शालिनता जरूर थी, जैसा कि आमतौर पर देखा जाता है, लेकिन जिस जोश में बोल रहे थे, वह शायद पहली बार दिखा। उनका यह बदला-बदला सा तेवर चर्चा का विषय बना रहा। भाषण में अभिमान था तो दर्द भी छिपी थी। पिता आलमगीर आलम के जेल में होने की पीड़ा थी, उम्मीदें थी, नाराजगी भी थी। प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की मौजूदगी में तनवीर आलम ने हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए आलमगीर आलम और पार्टी संगठन तथा भीड़ को लेकर जो बातें कही, वो कार्यकर्ताओं में जोश भर गया। तनवीर आलम के हर एक बातों पर तालियां और नारों से अभिवादन हो रहा था। तनवीर आलम जिंदाबाद के नारों से गूंज रहा था। तनवीर आलम ने कहा कि आज आपके सामने आपका (आलमगीर आलम) नेता नहीं है, फिर भी इतनी तादाद में आपकी मौजूदगी आलमगीर आलम के प्रति आपकी भावनाओं को दर्शाता है, यही जुनून है। आलमगीर आलम और कांग्रेस पार्टी के प्रति आपकी चाहत के लिए मैं सभी का तहेदिल से धन्यवाद करता हूं। प्रदेश महासचिव तनवीर आलम ने कहा कि आपके नेता आलमगीर आलम बेदाग होकर बाहर निकलेंगे। विरोधी दलों की साजिश का शिकार हुए आपके नेता आपके सामने होंगे। उन्होंने कहा कि जनता का ये भीड़ आलमगीर आलम के प्रति विश्वास की भीड़ है। कांग्रेस पार्टी और आलमगीर आलम पर सवाल उठाने वालों को बताना चाहता हूं कि ये भीड़ ही बताती है कि आलमगीर आलम के नेतृत्व में कांग्रेस ने क्या दिया। तनवीर आलम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक विचारधारा है, जिसे समझने के लिए इतिहास को खोलकर देखना होगा। आप पाएंगे कि आजादी से लेकर भारत निर्माण में कांग्रेस ने कितनी कुर्बानियां दी है। तनवीर आलम ने कहा कि पाकुड़ में कांग्रेस के संगठन को मजबूती देने में एक-एक कार्यकर्ता का मेहनत शामिल हैं। कार्यकर्ताओं की एकजुटता ने पार्टी को मजबूत बनाने का काम किया है। एक आवाज पर कार्यकर्ताओं की भीड़ ही कांग्रेस की पहचान बन गई है।