समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। प्रोन्नति नियमावली, एक समान सेवा शर्त तथा न्यूनतम ग्रेड पे 2400 रुपए करने की मांग को लेकर हड़ताली मुफस्सिल लिपिकों ने बुधवार को पूर्व मंत्री एवं विधायक आलमगीर आलम के प्रतिनिधि गुलाम अहमद को मांगों का ज्ञापन सौंपा। प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित विधायक कार्यालय में गुलाम अहमद को ज्ञापन सौंप कर विधायक से अपने समर्थन में पत्र लिखवाने का अनुरोध किया गया। झारखंड राज्य मुफस्सिल लिपिक मोर्चा के बैनर तले ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधि मंडल में मुख्य सचेतक मो. तौकीर आलम, सादिक अली, जिला अध्यक्ष माणिक कुमार साह, उपाध्यक्ष सौरभ कुमार, जिला सचिव मुस्तफिजुर रहमान, कोषाध्यक्ष वसंत कुमार, पाउल हेंब्रम, शिवम कुमार पांडेय, पीयूष कुमार, वेद प्रकाश भगत आदि शामिल थे। उल्लेखनीय है कि मुफस्सिल लिपिक गत 12 अगस्त से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। हड़ताल पर जाने वाले लिपिकों में शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, स्वास्थ्य विभाग, गृह कारा विभाग, ऊर्जा विभाग, भवन निर्माण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, स्वच्छता प्रमंडल आदि विभागों के तकरीबन 120 लिपिक शामिल है। इधर मोर्चा के जिला सचिव मुस्तफिजुर रहमान ने कहा कि हमारी दो मुख्य मांगे हैं। इन मांगों पर सरकार अभिलंब विचार करें। अन्यथा हमारा आंदोलन जारी रहेगा। जिला सचिव ने कहा कि पूरे राज्य में सभी विभागों के लिपिकों का सेवा शर्त और भर्ती या प्रोन्नति नियमावली एक हो। उन्होंने कहा कि समाहरणालय संवर्ग का अलग और दूसरे विभागों का अलग नियम नहीं होना चाहिए। जितने भी विभाग है और उन विभागों में जो लिपिक जहां कार्यरत है, सभी के लिए एक जैसा नियम बने। उन्होंने कहा कि सभी लिपिकों को नियुक्ति तिथि से ग्रेड पे 2400 रुपए देने होंगे। जिला सचिव मुस्तफिजुर रहमान ने कहा साल 2004 के बाद जितने भी लिपिकों की नियुक्ति हुई है, उन्हें नियम से अलग 1900 रुपए ग्रेड पे दिया जा रहा है। जबकि इससे पहले इसी पद पर नियुक्ति या काम करने वाले लिपिकों को 2400 रुपए ग्रेड पे दिया जाता है। इसलिए हम सरकार से मांग करते हैं कि राज्य में जितने भी विभाग में जो जहां जिस पद पर कार्यरत है, सभी लिपिकों के लिए एक जैसा सेवा शर्त और ग्रेड पे होना चाहिए। उन्होंने बताया कि हमने अपनी मांगों को लेकर 31 जुलाई को एकदिवसीय सामूहिक धरना प्रदर्शन किया था। इधर 5 एवं 6 अगस्त को काला बिल्ला लगाकर काम किया। लेकिन सरकार ने हमारी मांगों पर कोई विचार नहीं किया। इसलिए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ा। आज विधायक प्रतिनिधि गुलाम अहमद जी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा गया और विधायक आलमगीर आलम जी से हमारे समर्थन में पत्र लिखवाने की अपील की गई।