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समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। हिरणपुर थाना क्षेत्र के चौड़ा मोड़ चेकपोस्ट में 17 लाख की लॉटरी जब्त मामले में गिरफ्तार सोनू कुमार स्वर्णकार ने जो खुलासा किया है, उससे लोग आश्चर्यचकित हैं। इनमें एक तो जिला परिषद सदस्य के पति भी बताए जा रहे हैं। इनके अलावा छह लोगों के नामों की भी तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। इधर एफआईआर में नाम आने के बाद पैरवी की चर्चाएं भी तेज हो गई है। पुलिस अवैध लॉटरी के धंधे को रोकने के लिए पैनी नजर बनाई हुई है और लगातार कार्रवाई कर रही है। वहीं धंधे में संलिप्तता सामने आने के साथ ही नाम हटाने की कोशिश शुरू हो गई है। सूत्रों के मुताबिक एफआईआर में जिन सात लोगों का नाम आया है, उनमें से एक शख्स पैरवी के लिए जिला मुख्यालय में चक्कर काटने लगे हैं। पुलिस को चुनौती देकर अवैध लॉटरी के धंधे को सालों से चलाने वालों को अब पुलिस की याद आने लगी है। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने अवैध लॉटरी के धंधे को रोकने के लिए थानेदारों को सख्त निर्देश दे रखा हैं। वहीं थानेदारों ने भी एसपी के निर्देश का पालन करते हुए संकल्पित होकर काम कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि मुफस्सिल थाना, नगर थाना और हिरणपुर थाना की पुलिस ने हाल के दिनों में कई सफलता हासिल किया है। लॉटरी माफियाओं की नींदे उड़ गई है। हिरणपुर पुलिस ने 14 अप्रैल को चौड़ा मोड़ पर चेकपोस्ट में वाहन चेकिंग के दौरान कार से भारी मात्रा में अवैध लॉटरी बरामद किया था। अल्टो कार से लॉटरी ला रहे सुंदरपुर के सोनू कुमार स्वर्णकार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार सोनू ने साहिबगंज जिले के गुमानी के सौरभ कुमार नामक व्यक्ति के पास से लॉटरी लाकर हिरणपुर में पहुंचाने का खुलासा किया था। हिरणपुर के जिन लोगों को लॉटरी पहुंचाने का खुलासा किया था, उनमें देवा मंडल, श्यामल मंडल, बिट्टू भगत, आकू शेख, मनोज लू, महादेव रक्षित एवं विपिन कुमार का नाम शामिल हैं। सूत्रों का दावा है कि ये सभी लंबे अरसे से अवैध लॉटरी के धंधे को चलाते आ रहे हैं। पुलिस और कानून को चुनौती देते हुए लोगों को षड्यंत्र के तहत प्रलोभन देकर लूटने का काम कर रहे हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। वहीं एफआईआर में नाम आने के साथ ही पैरवी के लिए जिला मुख्यालय में आकर यहां-वहां चक्कर काट रहे हैं।