समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़ -फेस संस्था की ओर से महिला दिवस पर शनिवार को चापाडांगा स्थित कार्यालय में समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें बेहतर समाज के निर्माण में और समाजसेवा में रुचि रखने वाले तथा महिलाओं के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। आयोजित समारोह में शामिल फेस संस्था की सचिव रितु पांडेय के नेतृत्व में और संस्था के द्वारा संचालित शिक्षण संस्थानों की शिक्षिकाएं,बच्चियों और संस्था के कार्यालय कर्मी के सहयोग से कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया।कार्यक्रम में एसपी प्रभात कुमार,डीडीसी महेश कुमार संथालिया एवं डीईओ अनीता पूर्ति ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत किया।

कार्यक्रम में महिलाओं का हौंसला अफजाई किया। महिलाओं के सशक्तिकरण पर चर्चा किया गया। देश और समाज के निर्माण में महिलाओं की भागीदारी पर चर्चा हुई। महिलाओं की समाज में वर्तमान स्थिति पर भी चर्चा किया गया। महिलाओं के साथ आए दिन हो रहे अत्याचार की खबरों पर भी चर्चा हुई। इन सबके बीच महिला दिवस मनाने के उद्देश्य और महत्व पर भी जानकारियां दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के हाथों दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।

एसपी प्रभात कुमार, डीडीसी महेश कुमार संथालिया, डीईओ अनीता पूरति, फेस सचिव रितु पांडेय आदि ने दीप प्रज्वलित किया। आयोजित समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ। जिसमें नन्हीं बच्चियों ने नाटक और नृत्य के जरिए मौजूद दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दर्शकों ने तालियां बजाकर बच्चियों का हौंसला अफजाई किया। नाटक के जरिए समाज में महिलाओं के साथ हो रही हिंसा को बेहतर तरीके से रखा।

महिलाओं के अधिकारों और उनके कर्तव्यों को भी नाटक का मंचन कर दर्शकों के सामने दर्शाया। फेस संस्था की ओर से सर्वप्रथम मुख्य अतिथि एसपी प्रभात कुमार, डीडीसी महेश कुमार संथालिया और डीईओ अनीता पूरति को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्हें मोमेंटों भी प्रदान किया गया। इसी दौरान अनाथ बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में उत्कृष्ट कार्य के लिए एवरेट मिशन की प्रिंसिपल सुनीता मरांडी को मोमेंटो प्रदान किया गया और उन्हें शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

मीरा फाउंडेशन के जरिए और व्यक्तिगत रूप से भी गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा के लिए जानी-मानी महिला समाजसेवी मीरा प्रवीण सिंह को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया और उन्हें मोमेंटो भी प्रदान किया गया। इसके अलावा बाल संरक्षण के क्षेत्र में बेहतर योगदान देने के लिए शहर के जाने-माने और चर्चित हस्ती रतन कुमार सिंह उर्फ पिंटू सिंह को भी मोमेंटो के साथ शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। महिला कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर सुशीला हांसदा एवं प्रतिमा पांडेय को भी शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया और उन्हें भी मोमेंटो प्रदान किया गया।

इनके अलावा सामाजिक कार्यों में रुचि रखने वाले कई और लोगों को भी कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया गया। वहीं एसपी प्रभात कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महिला और पुरुष को अलग-अलग रूप में ईश्वर का वरदान बताया। उन्होंने कहा कि अक्सर हम महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं। महिलाओं को पुरुषों की बराबरी का बात करते हैं। अक्सर यह सुना जाता है और कहा जाता है कि महिलाएं पुरुषों से कम नहीं है।महिलाएं किसी से कम नहीं है। महिलाओं को भी सुनने में आता है कि हम किसी से कम नहीं है।लेकिन मैं समझता हूं कि इस तरह की बातें होना ही नहीं चाहिए। इससे लगता है कि कहीं ना कहीं हम महिलाओं को कमजोर समझते हैं। महिलाएं भी अंदर से खुद को कमजोर समझती है।

इसलिए इस तरह की बातों का जिक्र हम करते रहते हैं। लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए, बल्कि महिला अपनी जगह पर खुद को सशक्त समझें और किसी से तुलना ही ना करें। महिला अगर घर में भी काम करती है,तो यह भी कोई छोटा काम नहीं है। अपने आप में घर का काम भी बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। इसलिए किसी भी क्षेत्र में रहे अपनी जिम्मेदारी को निभाएं और आगे बढ़े। एसपी प्रभात कुमार ने कहा कि सामान्य तौर पर पुरुष जिस जगह पर होते हैं, वह अपनी जिम्मेवारी निभाते हैं और महिलाएं जिस जगह पर होती है, वह अपनी जिम्मेदारी निभाती है। इसलिए किसी की तुलना किसी से नहीं होनी चाहिए। मैं एक आईपीएस ऑफिसर बना हूं, इसमें मेरे पिता का जितना साथ रहा है, उससे ज्यादा मेरी मां का साथ रहा है। इसलिए कहता हूं कि महिला पुरुषों से अपनी तुलना कतई ना करें, बल्कि जिस जगह पर है, उस जगह पर अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए आगे बढ़े और एक बेहतर समाज के निर्माण में अपनी बेहतर भूमिका अदा करें।

कार्यक्रम में डीडीसी महेश कुमार संथालिया ने भी महिलाओं के अधिकारों और समाज निर्माण में उनकी भूमिका तथा सरकार के द्वारा चलाई जा रही कार्यक्रमों के बारे में जानकारी साझा किया। फेस की सचिव रितु पांडेय ने संस्था के द्वारा महिलाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने और उन्हें आगे बढ़ाने तथा उनका भविष्य संवारने के लिए किए गए अथवा किए जा रहे कार्यों को सबके बीच रखा। उन्होंने कहा कि फेस संस्था का एक ही उद्देश्य है कि हमारी बच्चियों को देश और समाज के निर्माण में भागीदारी निभाने के लिए किस तरह आगे लेकर आए। इसी उद्देश्य से हमारी संस्था की ओर से ग्रामीण इलाकों में शिक्षण संस्थानें भी चलाई जा रही है। जिसके जरिए बच्चियों को शिक्षा के साथ-साथ उनके भविष्य को संवारने का काम हो रहा है। आयोजित कार्यक्रम को सफल बनाने में फेस संस्था के महबूब आलम, सहादत हुसैन आदि ने मुख्य भूमिका निभाया।
