समाचार चक्र संवाददाता
मुर्शिदाबाद। गेंद समझकर छह साल की बच्ची ने बगीचा में रखा देसी बम को हाथ से उठा लिया और फिर हाथ से गिरने के बाद जोरदार धमाके के साथ विस्फोट हो गया। जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई। यह घटना मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत मालंचा गांव की है। घायल बच्ची को बरहमपुर मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह मालंचा गांव के रहने वाले अख्तर शेख की बेटी नुसरत जहान घर के पास में ही बगीचे में खेल रही थी। इसी दौरान बगीचे में एक जगह पड़ा देसी बम को गेंद समझकर हाथ से उठा लिया। इसके बाद जैसे ही बम हाथ से गिरा, तेज धमाके के साथ विस्फोट हो गया। जिससे बच्ची बुरी तरह जख्मी होकर लहू लुहान हो गई। आनन-फानन में बच्ची को नाजुक स्थिति में स्थानीय चिकित्सकों के पास लेकर गया। लेकिन चिकित्सकों ने बच्ची की हालत को देखते हुए बाहर ले जाने को कहा। इसके बाद बच्ची को परिजनों ने बरहमपुर मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया। मेडिकल अस्पताल में बच्ची का इलाज तो चल रहा है, लेकिन हालत नाजुक बनी हुई है। मौत और जिंदगी के बीच जूझ रही है। इधर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। पुलिस यह पता कर रही है कि बम बगीचे में किस मकसद से और किसने रखा था। यह घटना मालंचा गांव सहित आसपास के गांवों में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों में चर्चा है कि कहीं ना कहीं बगीचे में देसी बम बनाने का काम होता होगा। असामाजिक तत्वों ने बम को बगीचे में खुले में ही छोड़ दिया होगा। इस बात से बेखबर मासूम बच्ची ने बम को गेंद समझकर हाथ से उठा लिया। आखिर बच्ची को क्या मालूम था कि यह गेंद नहीं, बल्कि देसी बम है। असामाजिक तत्वों के हरकतों का खामियाजा मासूम बच्ची को भुगतना पड़ा। पुलिस को घटना की गंभीरता से तहकीकात कर बम बनाने या रखने वालों तक पहुंचना चाहिए और कड़ी से कड़ी सजा दिलाना चाहिए।